BHU पहुंचे ज्यादातर पुरा छात्र, अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आज से
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के ‘अंतरराष्ट्रीय पुरा छात्र समागम’ में भाग लेने के लिए ज्यादातर पुरा छात्र बनारस पहुंच चुके हैं। इस समागम के माध्यम से विश्वविद्यालय के पुरा छात्र न सिर्फ पुरानी स्मृतियों और अनुभवों को साझा करेंगे बल्कि ‘21वीं सदी के भारत में उच्च शिक्षा और महामना की दृष्टि’ विषयक संगोष्ठी में मंथन भी करेंगे। समागम का उद्घाटन सत्र शुक्रवार को सुबह 10 बजे से प्रारंभ होगा। स्वतंत्रता भवन के सभागार में दो दिवसीय समागम में कुल सात सत्र होंगे।
गुरुवार शाम तक प्रसिद्ध खगोलविद् पद्मविभूषण प्रो. जयंत विष्णु नार्लीकर समेत ज्यादातर पुरा छात्र बनारस पहुंच गए। उन्होंने बीएचयू कैंपस स्थित विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन किया। कई अपने-अपने संकाय भी गए और वहां की मौजूदा स्थिति देखी। इस दौरान उन्होंने वहां के शिक्षकों और वर्तमान विद्यार्थियों के साथ मिलकर संकाय की प्रगति की जानकारी ली।
संगोष्ठी में शुक्रवार को उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत को आमंत्रित किया गया था, लेकिन अपरिहार्य कारणों से वह नहीं आ सके। जस्टिस गिरिधर मालवीय बीमार होने के कारण समारोह में नहीं आ रहे हैं। 18 जनवरी को समापन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि पुरा छात्र व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय रहेंगे। डिजिटल भुगतान एवं चेक के माध्यम से ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन की सुविधा भी उपलब्ध है। अपने कार्यक्षेत्र में विशिष्ट पहचान रखने वाले करीब 1500 पुरा छात्र सम्मेलन में शामिल हो रहे हैं।
प्रमुख उपस्थिति
सम्मेलन के विभिन्न सत्रों में भारतीय प्रशासनिक सेवा से डॉ. राजेश कुमार, डॉ. अमरेंद्र प्रताप सिंह, डॉ. रजनीश दुबे, भारतीय जनसंचार संस्थान के प्रो. आनंद प्रधान, गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रमाशंकर दुबे, जयप्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा के कुलपति प्रो. हरिकेश सिंह, राजीव गांधी विश्वविद्यालय, अरुणाचल प्रदेश के कुलपति प्रो. साकेत कुशवाहा, दक्षिणी बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एचसीएस राठौर, डॉ. ऋचा चोपड़ा, प्रो. राजेश सिंह, प्रो. बीके त्रिपाठी, यूजीसी से डॉ. अर्चना ठाकुर, आरबीआई के सौरभ प्रताप सिंह आदि भाग लेंगे